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संवाद सृजनशीलता कभी भोथरी नहीं होती सुप्रसिद्ध चित्रकार लाल रत्नाकर से आलोक प्रकाश पुतुल की बातचीत • क्या जीवन का अ
एक युवा जिसके कुछ सपने हैं कुछ विशिष्ट विचार एवं संकल्पनाएँ हैं जिसकी कुछ प्रतिमाएँ अभी सामने आनी बाकी हैं और जिसकी चाहत है अपने चारों ओर एक सकारात्मक
23/03/2016कोल्हू कई तरह के हैं महंगे हैं कम घेरे के हैं बड़े-बड़े घेरों के हैं। कई तरह के विचारों के हैं तो कई तरह के धर्मों के हैं। इनमें से
जीवन के सारे उपक्रम अंतत इस दुनिया को सुंदर बनाने के ही उपक्रम हैं कला के विविध माध्यम कहीं न कहीं हमारे कार्य-व्यापार को और सरल ही बनाते हैं इसकी
बघेलखण्ड के घने प्राकृतिक जंगलों को याद कर दाहिया कहते हैं कि बरसात के दिनों में घने जंगल में वृक्षों के ऊपर बादलों की चादर-बिछ जाती थी पर जब से जंगल कटे
स्विंग आर्म वॉल स्कैन्स मुझे लगता है कि आप कह सकते हैं कि मैं वास्तव में एक diy नशे की लत हूं। जब मैं फर्नीचर की दुकानों में चलता हूं तो मैं सोच सकता हूं कि
विनोबा के मत को माननेवाला- (सर्वोदयी) वृक्षों को जल से थोड़ा सींचना- (आसेक) वह व्यक्ति जिसके एक के ऊपर दूसरा दाँत हो- (अधिकदन्ती) वह गणित जिसमें संख्याओं का
हम लोग एकहि गाँव के हैं। गौंवाँ-गिरामिन के रहते होटिल और हलवाई के यहाँ खाएगा हिरामन?' हिरामन ने लालमोहर का हाथ टीप दिया – 'बेसी भचर-भचर मत बको।' गाड़ी से
हम लोग एकहि गाँव के हैं। गौंवाँ-गिरामिन के रहते होटिल और हलवाई के यहाँ खाएगा हिरामन?' हिरामन ने लालमोहर का हाथ टीप दिया – 'बेसी भचर-भचर मत बको।' गाड़ी से
देशभर में महामारी फैली है लोगों को खाना नहीं मिल रहा और इन्हें अपने स्वाद की पड़ी है ''अरे साधना अब गुस्सा थूक भी दो बहूबेटी में भेद क्या दोनों ही हमा�
किसी कारपोरेट विकल्प को अंध की तरह अपनाकर इस वधस्थल से मुक्तिपथ निकलना असंभव खेतों को बंधुआ बनाकर कृषि क्रांति पलाश विश्वास किसी कारपो
30/11/2011लखनऊ November 29 2011 उत्तर प्रदेश सरकार के राज्य उत्पाद शुल्क विभाग द्वारा नियमित छापेमारी तेज किए जाने से करीब 20 फीसदी डिस्टिलरी ने अपनी इकाइयां बंद कर दी हैं
इस पर वह स्त्री बड़े ही सरल स्वभाव से कहती है कि वह किसी साँचे में ढली हुई नहीं है और न ही उसे किसी सुनार ने ही तराशा है। उसे जन्म देने वाले उसके माता-पिता
उत्तर -शायर ने दुनिया के इस दस्तूर का वर्णन किया है कि लोग दूसरों को बदनाम करते हैं परंतु वे नहीं जानते कि इस तरह वे अपनी दुष्ट
गौतम प्रेम से पारंपरिक अर्थों के विपरीत जिंदगी में जिंदगी को जीने का नशा बचा रहे मांगते हैं खुद पर बना रहे भरोसा सपने देखूं और उम्मीदें पालूं मांगते
अगर पुनिया को कोई कष्ट हुआ तो दुनिया उसी को तो हँसेगी। नतीजा यह हुआ कि होरी को ख़रीफ़ फ़सल में बहुत थोड़ा अनाज मिला और पुनिया के बखार में धान रखने की जगह
जो देह को मैं मानते हैं । वे भगवान के मंदिर में रहते हुए भी भगवान से दूर हैं । और जो भगवान के स्वरूप का चिंतन करते हैं । वे बाजार में
मूंगफली के अलावा सारे मेवे या सूखे फल खाना चाहिये। कैंसर के रोगी को मेवे खूब खाने चाहिये। मेवों में अच्छे आवश्यक वसा-अम्ल विटामिन्स और सल्फरयुक्त
हमारी दुनिया में कई स्थान जो कि रहस्यमयी और भव्य है जो हर साल लाखों आगंतुकों को आकर्षित करते हैं। हालाँकि ग्लोब के एक कोने से दूसरे
देशभर में महामारी फैली है लोगों को खाना नहीं मिल रहा और इन्हें अपने स्वाद की पड़ी है ''अरे साधना अब गुस्सा थूक भी दो बहूबेटी में भेद क्या दोनों ही हमा�
अगर पुनिया को कोई कष्ट हुआ तो दुनिया उसी को तो हँसेगी। नतीजा यह हुआ कि होरी को ख़रीफ़ फ़सल में बहुत थोड़ा अनाज मिला और पुनिया के बखार में धान रखने की जगह
राजस्थान में क्रशर प्लांट की कीमत
चूना पत्थर काम सिद्धांत के लिए कोल्हू
पश्चिमी में कोल्हू की गर्म बिक्री
दुनिया में कोल्हू कंपनियों की सूची
कोल्हू उपकरण का उपयोग किया जाना है
हिमाचल प्रदेश में कोल्हू के पौधे