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हमारे देश में एक विशेष जमात यह राग अलाप रही है कि वीर सावरकर गद्दार थे क्यूंकि उन्होंने अंग्रेजों से माफ़ी मांगी थी। वीर सावरकर उनका तो सारा जीवन ही
मरम्मत कार्य के लिए कौन जिम्मेदार था भारत या नेपाल? दीपक ग्यावली इस बात को समझने के लिए जरा पीछे मुड़कर देखना ज़रूरी है। तब हमें यह अनुभव होगा कि यह आपद�
'जो बरसों तक लड़े जेल में उनकी याद करें जो फांसी पर चढ़े जेल में उनकी याद करें| याद करें काले पानी को अंग्रेजों की मनमानी को कोल्हू में जुट तेल पेरते
बिहार के जिला सिरसा के गांव अमृता के रहने वाले 28 मजदूर जानसठ के गांव के पिमौड़ा एवं अहमदगढ़ गांव में गन्ना कोल्हू पर मजदूरी करने का काम करते थे। उनका
साहूकार पास के कमरे में लेट कर बच्चों की सारी बातें सुन ली।उनको बड़ा दू ख हुआ कि जिन बच्चों के लिए सभी सुख सुविधायों को त्यागकर उनके भविष्य संवारने लगे
अफवाह फैलाने वाले को किया जा रहा चिन्हित मुकदमें की तैयारीखेत में निकला
हमारे देश में एक विशेष जमात यह राग अलाप रही है कि वीर सावरकर गद्दार थे क्यूंकि उन्होंने अंग्रेजों से माफ़ी मांगी थी। वीर सावरकर उनका तो सारा जीवन ही
कांग्रेस की माने तो वीर सावरकर एक कायर थे जिन्होंने अंग्रेजों से दया याचिका की मांग की और उन्होंने ब्रिटिश साम्राज्य का हर कदम पर समर्थन किया
फर्ग्युसन कॉलेज में पढ़ते हुए उन्होंने छात्रों को एकत्रित किया और स्वतंत्रता सेनानियों की फ़ौज खड़ी करने के लिए वर्ष 1904 में अभिनव भारत संगठन की
इस देश की स्वाधीनता के लिए उनका योगदान उन समस्त राजनेताओं की तुलना में किसी भी प्रकार कम नहीं रहा है जो भारत की स्वाधीनता के बाद यहां की शासन सत्ता में
भारत के लिए अहम हैं अगले दो हफ्ते अगले हफ्ते और बढ़ेंगे मरीज! नई दिल्ली
जिन्नाह महान सावरकर गद्दार भ्रम का निवारण हमारे देश में एक विशेष जमात यह राग अलाप रही है कि जिन्नाह अंग्रेजों से लड़े थे इसलिए महान थे। जबकि वीर सावरकर
कोल्हू के बैल बनायेंगे बिजली मंगलटर्बाइन पम्प जमीन पर पार्क नीचे विद्युत सब स्टेशन बिजली को लेकर कुछ नये प्रयोग बिजली के क्षेत्र में अनुसंधान की व्�
India News नयी दिल्ली छह दिसंबर भाषा राष्ट्रीय हरित अधिकरण एनजीटी ने उत्तर प्रदेश में चीनी उत्पादन के लिए गन्ने की पेराई में इस्तेमाल किए जाने वाले कोल्हू
प्रसिद्ध चीन ब्रांड मोबाइल कोल्हू भारत में इस्तेमाल किया सीई आईएसओ पत्थर खनन उपकरण कीमत क्रशर मशीन री बिक्री के लिए कोल्हू संयंत्र आपूर्तिकर्ता $2 000
पहला भाग पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करे गतांक से आगे समुंद्र में छलांग लगाने के बाद सावरकर बचकर फ्रांस की भूमि पर पहुँच गये। अंग्रेज सिपाही उनका पीछा कर
सजा काटने के लिए भारत से दूर अंडमान यानी 'काला पानी' भेज दिया गया उन्हें सेल्युलर जेल में 13 5/7 5 फीट की घनी अंधेरी कोठरी में रखा गया वहां जेल में सावरकर के ज�
मरम्मत कार्य के लिए कौन जिम्मेदार था भारत या नेपाल? दीपक ग्यावली इस बात को समझने के लिए जरा पीछे मुड़कर देखना जरूरी है। तब हमें यह अनुभव होगा कि यह आपदा