Xमेन्यू
के रूप में सृष्टि के उद्भव 70082 kyaabhuulUU utf गुप्त जी की पद्यावली 'सरस्वती' के पृष्ठों से पंत जी की कविता और 'मत -वाला' 70083 kyaabhuulUU utf
प्रारम्भ में ही यदि पद्मा सचदेव के हवाले (सबद मिलावा पृ० 212) से कहा जाए तो यह जानना भी दिलचस्प होगा कि कविता के क्षेत्र में महिला लेखन पुरुष लेखन की
Mar 26 2012प्रेमचंद की स्मृति में भारतीय डाकतार विभाग की ओर से ३१ जुलाई १९८० को उनकी जन्मशती के अवसर पर ३० पैसे मूल्य का एक डाक टिकट जारी किया गया। गोरखपुर के जिस
हिंदी साहित्य का इतिहास रस मीमांसा चिंतामणि (3 खंड) मौलिक कृतियाँ तीन प्रकार की हैं–
एक लाश चलते हुए अदालत में आई जज से बोली -साहब मेरी बेटी के साथ एक विधायक ने रेप किया मैं जब शिकायत लेकर थाने गया रिपोर्ट लिखाने की जिद
- रवींद्रनाथ टैगोर - १ - मेरी पाँच वर्ष की छोटी लड़की मिनी से पल भर भी बात किए बिना नहीं रहा जाता। दुनिया में आने के बाद भाषा सीखने में उसने सिर्फ एक ही वर्ष
इसलिए जमाते इस्लामी की ख्याति एक खूंखार आतंकी संगठन के रूप में बंगलादेश में मानी जाती है और इसी कारण से सरकार ने उसपर पाबंदी लगा रखी
Jul 24 2019स्वामी विवेकानन्द मूर्ति पूजा को एक साधक के रूप में ध्यान की एकाग्रता देने का उपकरण मानते थे। साध्य नहीं। प्रश्न 15
Oct 25 2019प्रयोग – रमेश कोल्हू के बैल की तरह हमेशा काम में जुटा रहता है। मुहावरा – कटी पतंग होना। अर्थ – (1) जिसके कोई सिर पर न हो । (2) बेसहारा होना।
- रवींद्रनाथ टैगोर - १ - मेरी पाँच वर्ष की छोटी लड़की मिनी से पल भर भी बात किए बिना नहीं रहा जाता। दुनिया में आने के बाद भाषा सीखने में उसने सिर्फ एक ही वर्ष
इस लेख में विक्षनरी के गुणवत्ता मानकों पर खरा उतरने हेतु अन्य लेखों की कड़ियों की आवश्यकता है। आप इस लेख में प्रासंगिक एवं उपयुक्त कड़ियाँ जोड़कर इसे
लोग कहते है कि केन्सर के लिए यह कन्द अत्यन्त उपयोगी है । एक महात्मा के अनुसार हिमालय में साधु – महात्मा अपने शरीर की ठंड से रक्षा हेतु तेलिया कंद को चिलम
एक कहानी है। किसी सर्कस में एक बूढ़ा कलाकार है जो लकड़ी के तख्ते के सामने अपनी पत्नी को खड़ा कर उस पर छुरे फेंकता है। हर बार छुरा
इस तपोभूमि में कुछ लोग तो ध्यान और तप में जीवन को सफल करते थे पर कुछ ऐसे लोग भी थे जो ताड़ की जटाओं को बटकर किसानों के लिए रस्सियां बनाते या फल के दिनों
बी एच बी में त्रिपक्षीय वार्ता वर्ष-18 अंक-19 (01-15 अक्टूबर 2015) दिनांक 1 सितम्बर 2015 को रुद्रपुर में बी एच बी कम्पनी प्रबंधक
पत्रकारिता अब केवल मिशन नहीं बल्कि एक रोमांचक व्यवसाय के रूप में प्रतिष्ठित हो चुकी है । समाज में पत्रकार के सम्मान प्रतिष्ठा एवं महत्व से प्रभावित
एक श्रोता के रूप में वह मेरे जीवन की तो वह एकमात्र अविस्मरणीय बालकविता है ही उनका जन्म 1913 में हुआ था साधारण परिवार में
Sep 30 2014मेहर के रूप में वधू मूल्य की परंपरा ' पहिन कर मीलो दौङा जा सकता है ' तेज आँधी और धूल में सहजता से चला भागा की ठसक में एक पुलिस ऑफिसर